भाजपा नेता के कैंपेन किट में सोने के बिस्किट मिलने का ये दावा गलत है

सोशल मीडिया पोस्ट्स पर एक वीडियो को सैकड़ों बार इस गलत दावे से शेयर किया गया है कि चुनावों के दौरान हुई चेकिंग में अधिकारियों ने भारतीय जनता पार्टी के नेता अजय बडगुजर की कार से बरामद कैंपेन किट से सोने के बिस्किट पाएं. हालांकि यह दावा गलत है. एक पुलिस अधिकारी ने एएफ़पी से पुष्टि की है कि उन्हें किट में सोने के बिस्किट नहीं बल्कि इत्र की प्लास्टिक की डिब्बियां मिली थीं.

वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां 12 मई 2024 को शेयर किया गया है जिसमें पुलिस अधिकारियों को सामान की जांच करते हुए देखा जा सकता है.

पोस्ट का कैप्शन है, "हर बैग में एक सोने का बिस्किट है। बैग में बीजेपी का पोस्टर और बैनर है और हर बैग में एक सोने का बिस्किट है। घाटकोपर, महाराष्ट्र, भारत."

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट,12 मई 2024

वीडियो के 21वें सेकंड में एक अधिकारी एक प्लास्टिक की बोतल उठाकर दिखाता है, तभी बडगुजर खीझ कर कहते हैं, "यह सोने की बिस्किट हैं."

यह वीडियो भारतीय चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मुंबई के घाटकोपर में मतदान से पहले सामने आया (आर्काइव्ड लिंक).

 वीडियो को इसी दावे से सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर यहां शेयर किया गया है.

परफ़्यूम की प्लास्टिक बोतलें

गूगल पर वीडियो के कीफ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर असल वीडियो अजय बडगुजर की बेटी तृप्ति बडगुजर के इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया हुआ मिला जिसमें अधिकारियों को इलेक्शन सामग्री के बक्सों की जांच करते हुए दिखाया गया है (आर्काइव्ड लिंक).

नीचे गलत दावे से शेयर किये गये पोस्ट (बाएं) और तृप्ति के इंस्टाग्राम पर अपलोड किये गए वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.

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गलत दावे से शेयर किये गये पोस्ट (बाएं) और तृप्ति के इंस्टाग्राम पर अपलोड किये गए वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

मुंबई पुलिस के सहायक कमिश्नर दीपक निकम ने 22 मई को एएफ़पी को बताया कि वीडियो एक पुलिस स्टेशन के अंदर फ़िल्माया गया था, जहां अधिकारियों ने एक "रूटीन जांच" के दौरान बडगुजर के चुनाव अभियान किट की खोज की.

उन्होंने कहा कि जांच के दौरान बडगुजर ने प्लास्टिक परफ़्यूम बोतलों को खीझ कर सोने के बिस्किट बताया लेकिन अधिकारियों ने किट में ऐसे बिस्किट नहीं पाए.

एनडीटीवी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अजय बडगुजर के साथ उनके परिवार को जांच के दौरान पुलिस स्टेशन पर कई घंटे तक इंतज़ार करना पड़ा (आर्काइव्ड लिंक).

अजय बडगुजर ने एएफ़पी को बताया कि उन्होंने पुलिस स्टेशन में प्लास्टिक परफ़्यूम बोतल को गुस्से में सोने के बिस्किट बताया था.

"मैं अपने परिवार के साथ बाहर था और हमारी कार को पुलिस ने एक नियमित जाँच के लिए रोका. उन्होंने मुझसे कैंपेन किट के बारे में पूछताछ की, लेकिन जांच हो जाने के बाद सब कुछ लौटा दिया," उन्होंने कहा.

एएफ़पी ने लोकसभा चुनाव से संबंधित अन्य फ़र्ज़ी खबरों का फ़ैक्ट-चेक यहां किया है. 

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