बरेली में पाकिस्तानी झंडा लहराने के गलत दावे से पुरानी वीडियो शेयर की गई
- प्रकाशित 21 जून 2024, 12h15
- 2 मिनट
- द्वारा Sachin BAGHEL, एफप भारत
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सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर 5 जून 2024 को एक यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "बरेली बना पाकिस्तान!! उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी की 37 सीटें आते ही बरेली में शांति प्रिय कम्युनिटी के लोगो ने लहराया पाकिस्तान का झंडा। पुलिस भी खड़े खड़े देखती रही."
वीडियो में एक व्यक्ति को कहते हुए सुना जा सकता, "पकिस्तान का झंडा लहर रहा है बरेली में, पुलिस वाले भी खड़े हैं."
पाकिस्तानी झंडे के दावे से इस वीडियो को फ़ेसबुक यहां और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X यहां पर शेयर किया है.
हालांकि वीडियो में नज़र आ रहा झंडा पाकिस्तानी नहीं बल्कि इस्लाम धर्म से सम्बंधित है.
इस्लामिक झंडा
वीडियो को ध्यानपूर्वक देखने पर स्पष्ट होता है कि इसमें दिखाया गया झंडा पाकिस्तान के राष्ट्रीय ध्वज से अलग है; इसमें सफ़ेद पट्टी नहीं है और तारा व अर्धचंद्राकार प्रतीक पाकिस्तान झंडे के मुकाबले विपरीत दिशा में हैं.
नीचे वीडियो में नज़र आ रहा झंडा (बाएं) और एएफ़पी के आर्काइव में मौजूद पाकिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज (दाएं) के बीच तुलना की गई है.
सम्बंधित कीवर्ड्स के साथ वीडियो के कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर एक यूज़र द्वारा इंस्टाग्राम पर 19 मई 2024 को अपलोड की गई यही वीडियो मिली (आर्काइव्ड लिंक).
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव का परिणाम 4 जून 2024 को घोषित हुए थे. इससे स्पष्ट होता है कि इस वीडियो का लोकसभा चुनाव परिणामों से कोई संबंध नहीं है.
बरेली पुलिस से संपर्क करने पर एक अधिकारी ने एएफ़पी को बताया, "यह वीडियो 2023 में बरेली शहर में निकाले गए धार्मिक जुलूस का है. इसका लोकसभा चुनाव से सम्बन्ध नहीं है. इसमें नज़र आ रहा झंडा पाकिस्तानी नहीं बल्कि इस्लाम धर्म से सम्बंधित है."
एएफ़पी ने लोकसभा चुनाव से जुड़ी हुई अन्य गलत ख़बरों को यहां फ़ैक्ट चेक किया है