अल्जीरिया में फ़ुटबॉल क्लब की बरसी में आतिशबाज़ी का वीडियो गलत दावे से शेयर किया गया
- प्रकाशित 23 अक्टूबर 2024, 14h00
- 4 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत, AFP बांग्लादेश
वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां 2 अक्टूबर 2024 को शेयर किया गया है.
पोस्ट का आंशिक कैप्शन है, "इजरायल इनका अब्बू है. ईरान ने इजरायल पर 100 मिसाइलें दागी जिसमें से ईरान की सिर्फ तीन मिसाइलें ही इजरायल की जमीन तक पहुंचने में कामयाब हुई. की 97 मिसाइल को इसराइल के आयरन डोम ने हवा में ही मार गिराया और इसमें से आधे मिसाइल को इसराइल ने इजरायल की सीमा में प्रवेश करने के पहले ही मार गिराया. अब ईरान का अंत आ गया है अब ईरान की बर्बादी को कोई नहीं रोक सकता."
लगभग 13-सेकेंड लम्बे वीडियो में लोगों को सड़क पर दौड़ते देखा जा सकता है. पीछे आसमान लाल रौशनी में जगमगाता दिख रहा है.
इज़रायल द्वारा दक्षिणी लेबनान में ज़मीनी सैन्य अभियान शुरू करने की घोषणा के बाद ईरान ने इज़रायल पर करीब 200 मिसाइलें दागी, जिससे भयभीत इज़रायली नागरिक बंकरों में चले गए थे. इज़रायल ने दावा किया है कि उसने अधिकांश मिसाइलों को रोक दिया, जबकि चिकित्सकों ने बताया कि छर्रे लगने से दो लोग घायल हो गए थे.
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा कि यह हमला 27 सितंबर को नसरल्लाह की हत्या और गार्ड्स कुद्स फ़ोर्स के एक जनरल की हत्या के साथ-साथ जुलाई में तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानियेह की हत्या का बदला लेने के लिए किया गया था.
वीडियो को इसी दावे से फ़ेसबुक पर यहां और X पर यहां शेयर किया गया है.
हालांकि दावा गलत है. वीडियो अल्जीरिया में फ़ुटबॉल प्रशंसकों की आतिशबाज़ी का है.
अल्जीरिया का वीडियो
वीडियो के कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर यह हमें 9 अगस्त, 2024 को यूट्यूब पर शेयर किया गया मिला (आर्काइव्ड लिंक).
क्लिप का कैप्शन है, "103वीं वर्षगांठ के अवसर पर मौलौडिया डी'एल्जर के प्रशंसकों का जश्न."
नीचे गलत दावे की पोस्ट (बाएं) और यूट्यूब वीडियो (दाएं) में फ़्लिप किए गए फ़ुटेज के स्क्रीनशॉट की तुलना दी गई है.
अल्जीरियाई फ़ुटबाल टीम मौलौडिया क्लब डी'एल्जर ने अगस्त 2024 में अपनी 103वीं वर्षगांठ मनाई थी.
2-सेकंड के टाइमस्टैम्प पर, क्लिप में लोगों का एक ग्रुप जैकेट पहने हुए दिखाई देता है, जिस पर बड़े अक्षरों में 'G.I.P' लिखा है, जो अल्जीरियाई पुलिस की वर्दी से मेल खाता है (आर्काइव्ड लिंक).
यह फ़ुटेज आम तौर पर ग्रेट मॉस्क के पास राजधानी अल्जीयर्स की गूगल स्ट्रीट व्यू इमेजरी से मेल खाती है (आर्काइव्ड लिंक).
मौलौडिया क्लब डी'एल्जर के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज पर भी 8 अगस्त को अल्जीयर्स में आतिशबाज़ी की कई फ़ुटेज पोस्ट किए गये हैं (आर्काइव्ड लिंक).
इस वीडियो के एक लंबे वर्ज़न को एक अन्य दावे से फ़ेसबुक पर यहां 1 अक्टूबर 2024 को शेयर किया गया है.
पोस्ट का कैप्शन है, "लंका दहन का नजारा, इजराइली वायुसेना के हवाई हमले के कारण रिहायशी इलाके में हिज्बुल्ला आतंकवादियों द्वारा छिपाए गए सारे हथियार और इमारतें आग की भेंट चढ़ गईं...यह एक भयानक दृश्य है. ये सांप्रदायिक आतंकवादी अपने खूनी इतिहास से कभी सबक नहीं लेंगे."
जबकि दावा गलत है.
इंडोनेशियाई बाज़ार में आग
आगे की वीडियो के स्क्रीनग्रैब को दोबारा रिवर्स इमेज सर्च करने पर 22 अगस्त को इंडोनेशियाई न्यूज़ आउटलेट कबर कुटिम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की गई दूसरी क्लिप मिली जिसे गलत दावे के वीडियो में 4-सेकेंड के मार्क से देखा जा सकता है (आर्काइव्ड लिंक).
इंस्टाग्राम वीडियो का कैप्शन है, "बेनुआ बारू गांव के संगकुलिरंग मार्केट लोकेशन में आग लग गई. यह घटना गुरुवार सुबह, 08/22/2024 को हुई."
अन्य रिपोर्ट्स ने भी पुष्टि की है कि 22 अगस्त को बोर्नियो द्वीप पर इंडोनेशिया के पूर्वी कालीमंतन प्रांत के संगकुलिरंग मार्केट में भीषण आग लग गई थी (आर्काइव्ड लिंक).
नीचे गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और इंडोनेशियाई मीडिया आउटलेट द्वारा प्रकाशित वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट के बीच तुलना की गई है.
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