बांगलादेश में सड़क पर हाथापाई का वीडियो गलत दावे से शेयर किया गया
- प्रकाशित 11 दिसंबर 2025, 12h49
- 2 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, Eyamin SAJID, एफप भारत, एफप बांग्लादेश
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के अपदस्थ होने के बाद से राजनीतिक उथल-पुथल लगातार जारी है. तख्तापलट के बाद होने वाले पहले चुनावों के प्रचार में भी हिंसा देखी गई है. लेकिन सोशल मीडिया पर अंतरिम नेता मुहम्मद यूनुस के डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी पर ढाका की सड़कों पर हुए हमले के दावे से शेयर किया गया वीडियो असल में पुराना और असंबधित है. यह क्लिप पहले भी सोशल मीडिया पर रोड रेज के दावे से शेयर की जा चुकी है, और डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी ने एएफ़पी को बताया कि यह दावा "पूरी तरह गलत" है.
फ़ेसबुक पर 18 नवंबर 2025 को शेयर की गई पोस्ट का कैप्शन है: "ढाका की सड़क पर यूनुस के डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी पर हमला"; वीडियो पर 55,000 से ज़्यादा व्यूज़ हैं.
क्लिप -- जिसमें कार की पिछली सीट पर बैठे व्यक्ति की एक आदमी से लड़ाई दिखाई गयी है -- के ऊपर लिखा है "ढाका में कट्टरपंथियों का आतंक चरम पर".
नवंबर में ढाका में कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए जिसके बाद से ही यह वीडियो फ़ेसबुक और X पर मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर किया गया है.
देश में अगस्त 2024 से राजनीतिक उथल-पुथल जारी है, जब छात्रों के प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री शेख़ हसीना को सत्ता से हटाया गया था. उनके हटने के बाद होने वाले पहले चुनाव के प्रचार में भी हिंसा देखी जा रही है (आर्काइव्ड लिंक).
हाल ही में शेख़ हसीना पर चल रहे "मानवता के खिलाफ़ अपराध" के मामलों में फैसला आने की उम्मीद के बीच उनकी प्रतिबंधित पार्टी अवामी लीग ने 13 नवंबर को देशभर में "लॉकडाउन" का आह्वान भी किया था (आर्काइव्ड लिंक). 17 नवंबर को उनकी अनुपस्थिति में ही दोषी करार देकर उन्हें मौत की सज़ा सुनाई गई है (आर्काइव्ड लिंक).
लेकिन वायरल वीडियो यूनुस के डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी पर हमले का नहीं है. इस तरह की किसी घटना की कोई आधिकारिक रिपोर्ट भी मौजूद नहीं है.
वीडियो के की-फ़्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर इसी तरह का एक वीडियो अक्टूबर में फ़ेसबुक पर पोस्ट किया हुआ मिला (आर्काइव्ड लिंक).
लगभग चार मिनट लंबे इस वीडियो की शुरुआत में कार में बैठा एक व्यक्ति गेट खोलकर एक बाइक सवार से भिड़ने की कोशिश करता है. बाइक सवार चिल्लाता है कि कार गलत दिशा से आ रही है, लेकिन थोड़ी ही देर में यह बहस मारपीट में बदल जाती है.
पोस्ट में कहीं भी यह दावा नहीं किया गया कि इस झगड़े में यूनुस के डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी शामिल हैं.
मुहम्मद यूनुस के डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी मोहम्मद अबुल कलाम आज़ाद मजीमुद्दीन ने AFP को बताया कि यह दावा "पूरी तरह गलत" है.
उन्होंने इस अफ़वाह के 17 नवंबर को पहली बार बंगाली सोशल मीडिया पोस्ट में शेयर होने के बाद कहा कि, "मेरे साथ ऐसा कभी कुछ नहीं हुआ."
बांग्लादेश में जारी हलचल के बीच शेयर की जा रही कई फ़र्ज़ी सूचनाओं को एएफ़पी ने फ़ैक्ट-चेक किया है.
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