यूक्रेन के राष्ट्रपति की सैन्य वर्दी पहनी तस्वीरें भ्रामक दावे के साथ वायरल
- यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
- प्रकाशित 14 मार्च 2022, 10h39
- अपडेटेड 14 मार्च 2022, 10h41
- 9 मिनट
- द्वारा Segun OLAKOYENIKAN, AFP नाइजीरिया, एफप भारत
- अनुवाद और अनुकूलन Anuradha PRASAD
सेना की यूनिफ़ॉर्म पहने जेलेंस्की की कम से कम 11 तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं और यूक्रेन के मुख्य शहरों में रूस के ख़िलाफ़ युद्ध में अपने सैनिकों का नेतृत्व करने के लिये उनकी तारीफ़ भी की जा रही है.
इज़राइल के एक यहूदी मानवाधिकार कार्यकर्ता हन्या नफ्ताली ने रूस के यूक्रेन पर हमले के एक दिन बाद 25 फ़रवरी 2022 को फ़ेसबुक पर ये तस्वीरें यहां शेयर कीं.
72000 से भी ज़्यादा बार शेयर की गई इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, "ये यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की हैं. इन्होंने अपने कपड़े उतारकर मिलिट्री की वर्दी पहन ली और अपने देश यूक्रेन को बचाने के लिए सेना के साथ लड़ाई में शामिल हो गए. ये सच्चे नेता हैं."
ऐसी ही अन्य तस्वीरें इसी दावे के साथ हिंदी में यहां, यहां और यहां शेयर की गयीं, साथ ही यहां फ़्रेंच भाषा में और यहां स्पैनिश भाषा में शेयर की गई है.
इसके अलावा युद्ध क्षेत्र में वर्दी पहने जेलेंस्की की तस्वीरें अफ़्रीका में भी यहां और यहां शेयर की गई हैं.
डोनाबास में जेलेंस्की, दिसंबर 2021
फ़ेसबुक पर नफ्ताली द्वारा शेयर की गई तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर इसका ऑरिजनल वर्जन हमें ग्लोबल फ़ोटो एजेंसी गेटी इमेजेज़ पर मिली. ये तस्वीर 6 दिसंबर 2021 को यूक्रेन के सैन्य दिवस के अवसर पर ली गई थी.
गेटी इमेजेज़ में इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, "यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने यूक्रेन के डोनाबास में यूक्रेनी सेना के मोर्चे की ज़मीनी स्थिति का जायज़ा लिया."
उस समय 44 वर्षीय जेलेंस्की डोनाबास क्षेत्र में एक कामकाजी दौरे पर थे जो रूस समर्थित दो अलग-अलग गणराज्य डोनेट्स्क और लुहान्स्क से लगा हुआ है.
इसी यात्रा से संबंधित गेटी इमेजेज की एक अन्य तस्वीर श्रीलंका में एक फ़ेसबुक पोस्ट में शेयर की गई है जिसमें यही दावा किया गया है.
डोनाबास में जेलेंस्की, अक्टूबर 2021
नाइजीरिया में लागोस के गवर्नर के जल संसाधन मामलों के विशेष सलाहकार जो इगबोके ने सेना की वर्दी में जेलेंस्की की सैन्य वर्दी में तीन अलग-अलग तस्वीरों को बिल्कुल इसी दावे के साथ शेयर किया है.
जो इगबोके द्वारा शेयर की गई एक तस्वीर में जेलेंस्की एक यूक्रेनी सैनिक से हाथ मिलाते नज़र आ रहे हैं. एक अन्य में राष्ट्रपति को एक खाई में चलते दिखाया गया है, जबकि तीसरी तस्वीर में जेलेंस्की सात सैनिकों के साथ चलते दिख रहे हैं.
AFP फ़ैक्ट-चेक ने पहली तस्वीर के मूल जगह की खोजबीन की तो पाया कि ये गेटी इमेजेज़ द्वारा 4 अक्टूबर 2021 को तब ली गई थी जब जेलेंस्की यूक्रेन रक्षा दिवस के अवसर पर डोनाबास क्षेत्र में सेना द्वारा आयोजित समारोह में गये थे.
इगबोके द्वारा शेयर की गई दो अन्य तस्वीरें जेलेंस्की की डोनाबास की ही पुरानी यात्रा से भी पहले की हैं.
डोनाबास में जेलेंस्की, अप्रैल 2021
इगबोके द्वारा शेयर की गई दूसरी तस्वीर जिसमें सेना की वर्दी पहने जेलेंस्की खाई में चलते दिख रहे हैं, वो रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें गार्डियन द्वारा प्रकाशित एक आर्टिकल में मिली.
कैप्शन सर्च करने पर AFP को ये तस्वीर यूक्रेन के राष्ट्रपति के प्रेस ऑफ़िस द्वारा 8 अप्रैल 2021 को प्रकाशित की गई है. सात सैनिकों के साथ चल रहे जेलेंस्की की तीसरी तस्वीर भी इसी डोनाबास क्षेत्र की है जब वो अप्रैल 2021 में इस क्षेत्र के दौरे पर थे.
इसके अलावा AFP फ़ैक्ट चेक ने अप्रैल 2021 में उसी दिन ली गई कई तस्वीरों के एक समूह में कुछ तस्वीरें पाई जिन्हें हालिया भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया.
उदाहरण के लिए तस्वीरें को समूह में 17वें नंबर पर राष्ट्रपति की एक और तस्वीर जिसमें वो सैनिकों के साथ खाई में चलते दिख रहे हैं. जबकि अगली लाइन में बिल्कुल ऐसी ही फ़ेसबुक की तस्वीर में जेलेंस्की हाथ में हेलमेट पकड़े दिखाई दे रहे हैं.
डोनेट्स्क में जेलेंस्की, फ़रवरी 2021
इस बार 11 फ़रवरी 2021 को जेलेंस्की की डोनेट्स्क क्षेत्र की एक और यात्रा की तस्वीरों को भी भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया. एसोसिएटेड प्रेस की इस तस्वीर को यहां ग़लत संदर्भ में शेयर किया गया है. इसके अलावा यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद द्वारा प्रकाशित एक अन्य तस्वीर को भी ग़लत तरीक़े से शेयर किया गया है.
आख़िरी में गेटी इमेजेज की उसी दिन की एक अन्य तस्वीर सिंहली भाषा में इस दावे से शेयर की गई कि “यूक्रेन के राष्ट्रपति अपनी राष्ट्रपति की पोशाक छोड़कर सैन्य वर्दी में अपने सैनिकों के साथ युद्ध के मैदान में शामिल हो गये हैं”.
एक हफ़्ते बाद जेलेंस्की ने डोनेट्स्क क्षेत्र के मारियुपोल में यूक्रेनी तटरक्षकों के हथियारों का निरीक्षण किया लेकिन बाद में फ़रवरी 2022 में शेयर की गई कई पोस्ट में उनकी तस्वीर को ग़लत संदर्भ में पेश किया गया.
यूरोपीय संघ के अनुमान के अनुसार, रूसी सेना और यूक्रेनी सैनिकों के बीच युद्ध में 24 फ़रवरी 2022 से लगभग दर्जन भर लोगों की जान और 70 लाख लोगों के विस्थापन की बात कही है.
AFP की रिपोर्ट के अनुसार पिछले गुरुवार को रूस के आक्रमण के बाद से ही कॉमेडियन से नेता बने यूक्रेन के राष्ट्रपति जो आम तौर पर बिना बुलेटप्रूफ़ जैकेट और हेलमेट के दिखाई देते हैं वे लगातार अपने मंचीय कौशल से सोशल मीडिया पर उत्तेजक भाषण दे रहे हैं.
25 फ़रवरी को, रूस के आक्रमण के एक दिन बाद जेलेंस्की ने अपने सलाहकारों के साथ राष्ट्रपति भवन के पास एक वीडियो संदेश के ज़रिये कहा, “जो ये दुष्प्रचार कर रहे हैं कि हमने पद छोड़ दिया है उन्हें हम ये बताना चाहते हैं कि, हम हम सब यहां हैं, हमारी सेना यहां है, समाज के नागरिक यहां हैं. हम सब यहां अपने देश और आज़ादी की रक्षा कर रहे हैं और ये ऐसे ही रहेगा.”
Deep respect to President @ZelenskyyUa and the brave people of #Ukraine
— Charles Michel (@eucopresident) February 25, 2022
The spirit of a free and democratic #Ukraine is strong. pic.twitter.com/vOIZA3FoYE
अगले दिन राष्ट्रपति भवन के सामने से उन्होंने 40 सेकेंड का एक और वीडियो पोस्ट किया जिसमें वो एक सैन्य वर्दी की शैली में ख़ाकी टी-शर्ट और हरे रंग की जैकेट पहने (जो उनके तनाव की वर्दी की तरह सामने आया) रूस के दावों का खंडन किया है कि वो यूक्रेन से भाग गये हैं.
उनके बयान के अनुसार, “हाल ही में आनलाइन बहुत सारी फ़र्ज़ी सूचनायें आई हैं जिसमें मैं अपनी सेना से हथियार डालने और जगह ख़ाली करने के लिये कह रहा हूं.”
“सुनो, मैं यहीं हूं. हम अपने हथियार नहीं डालेंगे. हम अपने राज्य की रक्षा करेंगे, क्योंकि हमारा हथियार ही हमारा सच है. और सच तो यह है कि ये हमारी धरती है, हमारा देश है, हमारे बच्चे हैं. और हम उन सबकी रक्षा करेंगे.”
Не вірте фейкам. pic.twitter.com/wiLqmCuz1p
— Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) February 26, 2022
ये साफ़ है कि ज़ेलेन्स्की इन हमलों का मुख्य निशाना हैं, इसके बावजूद उन्होंने अपने देश यूक्रेन को छोड़कर कहीं नहीं जाने की ठान रखी है.
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से ही सोशल मीडिया पर ग़लत और भ्रामक सूचनाओं की बाढ़ सी आ गई है. इनसे जुड़े AFP के फ़ैक्ट-चेक यहां पढ़ें.
2 मार्च 2022 This article has been updated to change the header image and to amend metadata