पैराशूट से उतरते सैनिकों का ये वीडियो रूसी सैनिकों का नहीं है

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 24 फ़रवरी, 2022 को यूक्रेन पर हमले के आदेश के बाद ही दुनिया भर में सोशल मीडिया पर यूज़र्स एक वीडियो को शेयर करने लगे. वीडियो में सैनिकों की एक टुकड़ी को पैराशूट के ज़रिये नीचे उतरते दिखाया गया है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि रूसी सैनिक हमला करने के लिए यूक्रेन में लैंड कर रहे हैं. ये दावा ग़लत है. ये वीडियो लगभग 2014 के समय पोस्ट किया गया था जब पैराट्रूपर्स की एक टुकड़ी ने रूस के अंदर एक बड़े सैन्य अभ्यास में भाग लिया था. इसकी काफ़ी व्यापक स्तर पर रिपोर्टिंग भी हुई थी.

फ़ेसबुक पर इस वीडियो को यहां 24 फ़रवरी, 2022 को शेयर किया गया है.

इसके कैप्शन में लिखा है, "यूक्रेन में पैराशूट से उतरते रूसी सैनिक."

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भ्रामक वीडियो वाले पोस्ट का स्क्रीनशॉट

वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां, यहां और यहां इसी दावे के साथ शेयर किया गया है.

पुतिन का यूक्रेन में सैन्य अभियान

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा 24 फ़रवरी, 2022 को यूक्रेन पर सैन्य हमले की घोषणा के बाद ही ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.

हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने यूक्रेन के ओडेसा शहर में एक एयरड्रॉप की सूचना दी थी लेकिन यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ़ ने ऑपरेशन शुरू होने के कुछ घंटों बाद ही अपने फ़ेसबुक पेज पर पोस्ट किये गये एक बयान में इसका खंडन किया. उनके 24 फ़रवरी के बयान में कहा गया है कि, "ओडेसा में रूसी सैनिकों के हवाई हमले की जानकारी सही नहीं है."

वीडियो 2014 का है

वीडियो में लोग रूसी भाषा में कुछ बोलते सुनाई दे रहे हैं. इसके स्क्रीनशॉट को इंटरनेट पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर पता चलता है कि ये पिछले कई वर्षों में रूस की सोशल मीडिया पर अपलोड किया जा चुका है. साल 2016 और 2018 में भी ये अपलोड किया गया था.

AFP को सबसे पुरानी पोस्ट 14 मार्च 2014 की मिली जब इसे रूसी भाषा के एक यूज़र द्वारा सोशल नेटवर्किंग साइट VKontakte पर प्रकाशित किया गया था.

उसी फ़ीड की अन्य तस्वीरों में एक युवक को पैराशूट और रूसी सेना के अन्य औज़ारों के साथ दिखाया गया है. उसने 13 मार्च, 3014 को कई तस्वीरों पोस्ट करते हुए लिखा, "तगानरोव शहर में रोस्तोव के नज़दीक लैंड करते हुए.. दो छलांग रोज."

तगानरोग रोस्तोव क्षेत्र में दक्षिण पश्चिम रूस में स्थित एक शहर है जो यूक्रेन के साथ रूस की सीमा से लगभग 50 किलोमीटर दूर है.

AFP ने वीडियो पोस्ट करने वाले यूज़र को मैसेज भेजकर इससे संबंधित और जानकारी मांगी लेकिन अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है.

उसी फ़ीड में आगे 13 मार्च, 2014 को पोस्ट की गई एक तस्वीर में एक सैनिक रूसी सेना के एक प्लेन Il-76MD के सामने खड़ा है जिसका कॉल साइन RA-76669 है.

इंटरनेट पर रूसी भाषा में पैराट्रूपर्स, रोस्तोव और वीडियो पोस्ट करने की तारीख़ से जुड़े कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें 11 मार्च, 2014 को इस क्षेत्र में शुरू हुए एक प्रमुख सैन्य अभियान से जुड़े कई न्यूज आर्टिकल मिले.

यहां, यहां और यहां छपी मीडिया रिपोर्ट्स और रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार इस यूनिट से लगभग 3,500 सैनिकों ने इस 4 दिवसीय सैन्य परेड में हिस्सा लिया था जिसमें पैराशूट से छलांग मारना भी शामिल था.

प्रेस रिलीज़ के मुताबिक़ ये प्रशिक्षण कुंज्मिकी प्रशिक्षण रेंज में हुआ. कुंज्मिकी तगानरोग से लगभग 36 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित है.

इन तमाम रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर वायरल पैराट्रूपर्स के लैंडिंग वीडियो के बीच काफ़ी समानता देखने को मिलती है. इनमें II-76MD विमान, पैराशूट का आकार, सफ़ेद और लाल बैरियर टेप और झंडे, मौसम परिदृश्य, समय और वर्दी की समानता प्रमुख रूप से मिलती-जुलती है.

रूसी मीडिया की इस रिपोर्ट में एक पैराट्रूपर ड्रॉप को दिखाया गया है जिसका वीडियो यहां यूट्यूब पर देखा जा सकता है. वीडियो में उसी यूनिट के उसी मॉडल विमान के साथ उड़ते हुए देखा जा सकता है जैसा कि VKontakte की फ़ीड पर कई तस्वीरों में दिखाया गया है.

यह वीडियो सितंबर 2016 में पोस्ट किये गये "मेड इन रशिया" नाम के ग्रुप में भी मौजूद है जिसके कैप्शन में लिखा है, "2014 में रोस्तोव क्षेत्र में बड़े पैमाने पर एयर डिसेंट."

पोस्टर में एक कमेंट में लिखा, "इस वीडियो को रूसी सोशल नेटवर्क vk.com से डाउनलोड करने में मुझे और मेरी गर्लफ़्रेंड को एक घंटा लग गया."

2014 में पोस्ट किये गये इस वीडियो को दिखाकर हमने ये स्पष्ट किया है कि ये पुतिन के 2022 में यूक्रेन पर पुतिन के हवाई हमले को नहीं दिखाता है बल्कि ये रूसी सैनिकों के सैन्य अभ्यास का पुराना वीडियो है.

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से ही सोशल मीडिया पर ग़लत और भ्रामक सूचनाओं की बाढ़ सी आ गई है. इनसे जुड़े AFP के फ़ैक्ट-चेक यहां पढ़ें.

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