सिंगापुर मेट्रो रेल की तस्वीर को भारत में हुए रेल विकास के दावे से शेयर किया गया
- प्रकाशित 31 मई 2024, 14h02
- 3 मिनट
- द्वारा Asma HAFIZ, एफप भारत
वीडियो को फ़ेसबुक पर 30 अप्रैल, 2024 को यहां शेयर किया गया है.
पोस्ट के बांग्ला कैप्शन का हिंदी अनुवाद है, "बग़ैर रोज़गार के कैसे मेट्रो सेवा भारत के शहरों और क़स्बों में पहुंच गई? कांग्रेस पार्टी सिर्फ बातें बनाएगी, भारतीय जनता पार्टी काम करके दिखाएगी."
इस पोस्ट के ज़रिये भाजपा ने कांग्रेस द्वारा उस पर लगाए गए 'बेरोज़गारी में वृद्धि' के आरोप का जवाब देने की कोशिश की है.
इसे त्रिपुरा में भाजपा की युवा इकाई द्वारा शेयर किया गया था, वहीं भाजपा त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल के X हैंडल्स पर भी ये पोस्टर मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर किया गया था.
भाजपा के संकल्प पत्र में रेलवे नेटवर्क्स का विकास एक मुख्य चुनावी वादा है (आर्काइव्ड लिंक).
भारतीय मेट्रो रेल की वेबसाइट के अनुसार देश भर में 34 मेट्रो रेल प्रोजेक्ट्स पहले से ही चल रहे हैं, जो लगभग 1,230 किलोमीटर ट्रैक को कवर करते हैं (आर्काइव्ड लिंक).
2022 में भाजपा सरकार ने संसद में बताया कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से देश भर में 548 किलोमीटर मेट्रो रेल नेटवर्क का निर्माण किया गया है.
सिंगापुर मेट्रो रेल
हालाँकि गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर पोस्टर में दिख रही मेट्रो ट्रेन की तस्वीर एक ऑनलाइन पोस्ट में मिली, जिसमें बताया गया था कि यह सिंगापुर मेट्रो की फ़ोटो है.
यह तस्वीर स्टॉक इमेज प्लेटफार्म "अनस्प्लैश" पर 15 नवंबर, 2020 को "सिंगापुर" और "जुरोंग ईस्ट" टैग के साथ शेयर की गयी थी (आर्काइव्ड लिंक).
सिंगापुर स्थित फ़ोटोग्राफ़र शॉन एंग ने एएफ़पी से पुष्टि की है कि उन्होंने यह तस्वीर सिंगापुर में ली थी.
एंग ने एएफ़पी को बताया, "मैंने 6 नवंबर, 2020 को जुरोंग ईस्ट एमआरटी स्टेशन की यह तस्वीर ली थी."
गलत दावे की पोस्ट की तस्वीर (बाएं) और अनस्प्लैश पर अपलोड की गई तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना नीचे दी गई है.
कीवर्ड और रिवर्स इमेज सर्च करने पर सिंगापुर स्थित न्यूज़ वेबसाइट एशिया वन की एक रिपोर्ट में भी यही तस्वीर मिली. रिपोर्ट में सिंगापुर मास रैपिड ट्रांजिट (SMRT) द्वारा किराया बढ़ाने को लेकर आवेदन देने की जानकारी दी गई थी (आर्काइव्ड लिंक).
गलत दावे की पोस्ट में असल तस्वीर से SMRT के लोगो को हटाया गया है.
सिंगापुर के जुरोंग ईस्ट एमआरटी स्टेशन की गूगल मैप्स इमेज गलत दावे की पोस्ट की तस्वीर से मेल खाती हैं (आर्काइव्ड लिंक).
एएफ़पी ने लोकसभा चुनाव से जुड़ी अन्य फ़र्ज़ी सूचनाओं को यहां फ़ैक्ट-चेक किया है.