न्यूयॉर्क में पत्रकार पर हमले का पुराना वीडियो बांग्लादेश हिंसा से जोड़कर शेयर किया गया

न्यूयॉर्क में फ़ेसमास्क पहने लोगों द्वारा एक पत्रकार पर हमले का पुराना वीडियो बांग्लादेश में पत्रकारों की स्थिति बताते हुए गलत दावे से शेयर किया जा रहा है. मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने कहा है कि कम से कम 250 पत्रकार बांग्लादेश में फैली अशांति में घायल हुए हैं, जबकि एएफ़पी के अनुसार हसीना के 15 साल के निरंकुश शासन को समाप्त करने वाले विरोध प्रदर्शनों को कवर करते समय पांच पत्रकार मारे गए हैं.

वीडियो को X पर यहां 7 अगस्त 2024 को शेयर किया गया है. 

पोस्ट का कैप्शन है, "बांग्लादेश में पत्रकारों की हालात देखिए, यह उन वंगन्दुओ को देखना चाहिए जो कहते है. कि भारत मे पत्रकारों को आज़ादी नही."

लगभग 7-सेकेंड के वीडियो में लाइव रिपोर्टिंग कर रहे एक पत्रकार को मास्क पहने हुए कुछ लोग पीटते नजर आ रहे हैं.

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट

शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और 5 अगस्त को भारत में शरण लेने से पहले लगभग एक महीने तक छात्रों के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान 450 से अधिक लोग मारे गए थे -- जिनमें से कई पुलिस की गोलीबारी में मारे गए थे.

रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने बताया है कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान 250 पत्रकार घायल हुए जबकि पांच की मौत हो गई, जैसा की AFP टैली से भी पता चलता है.

शेख हसीना के अपदस्थ होने के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं को हिंसक "अत्याचारों" की जांच करने के लिए आमंत्रित किया है.

वीडियो को X और फ़ेसबुक पर इसी तरह के गलत दावों के साथ यहां और यहां शेयर किया गया है.

न्यूयॉर्क का वीडियो

गलत दावे से शेयर किये गये वीडियो में निचले दायें कोने में बांग्लादेशी टीवी चैनल "सोमोय टीवी" का लोगो देखा जा सकता है.

गूगल कीवर्ड सर्च करने पर यह क्लिप 2 जून, 2020 को सोमोय टीवी के वेरिफ़ाइड यूट्यूब चैनल पर अपलोड की गई एक न्यूज़ रिपोर्ट में दिखाई दी (आर्काइव्ड लिंक).

बांग्ला भाषा की रिपोर्ट में सोमोय टीवी के संवाददाता हसनुज़्ज़मां साकी ने बताया कि कैसे न्यूयॉर्क में 2020 के 'ब्लैक लाइव्स मैटर' विरोध प्रदर्शनों को कवर करते समय कई नकाबपोश लोगों ने उन पर हमला किया था.

ज्ञात हो कि 2020 के मध्य में संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकांश हिस्से में मिनियापोलिस में एक अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ़्लॉयड की पुलिस द्वारा हत्या के बाद अफ़्रीकी अमेरिकियों के साथ पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार के विरोध में प्रदर्शन हुए थे.

साकी ने रिपोर्ट में कहा, "मैं टाइम्स स्क्वायर, न्यूयॉर्क में विरोध प्रदर्शन को कवर कर रहा था और मैंने उस समय सड़क पर कई लोगों को देखा. कुछ प्रदर्शनकारियों ने मुझ पर हमला किया."

नीचे गलत दावे के वीडियो (बाएं) और 2020 की सोमोय टीवी समाचार रिपोर्ट (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.

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गलत दावे के वीडियो (बाएं) और 2020 की सोमॉय टीवी समाचार रिपोर्ट (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

यू.एस. प्रेस फ्रीडम ट्रैकर, एक संगठन जो संयुक्त राज्य अमेरिका में पत्रकारों के खिलाफ़ हमलों को डॉक्यूमेंट करता है, ने 1 जून, 2020 को इस घटना को रिपोर्ट किया था (आर्काइव्ड लिंक).

इस हमले की कवरेज कई मीडिया आउटलेट्स ने भी यहां और यहां की थी (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).

वीडियो के एक हिस्से में "एंजेलिना" नामक एक शॉप का नाम दिखाई देता है जिसे एएफ़पी ने गूगल मैप्स पर सर्च करके घटना के स्थान की पुष्टि की है.

नीचे गलत दावे से शेयर किये गये वीडियो (बाएं) और गूगल मैप्स स्ट्रीट व्यू (दायें) के स्क्रीनशॉट की तुलना है, जिसमें AFP द्वारा समानताओं को हाइलाइट किया गया है.

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एएफ़पी ने बांग्लादेश से जुड़ी अन्य फ़र्ज़ी खबरों को यहां फ़ैक्ट चेक किया है.

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