बांग्लादेश में हिंदू मंदिर पर हमले के दावे से शेयर किया गया यह पुराना वीडियो पाकिस्तान से है
- प्रकाशित 18 दिसंबर 2024, 13h37
- 3 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
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वीडियो को 8 दिसंबर 2024 को X पर यहां शेयर किया गया है जिसका कैप्शन है, "बांग्लादेश हिंदू मंदिरों की दुर्दशा. कहां है अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं भारत सरकार. सभी रोहिंग्या एवं बांग्लादेशी घुसपैठिए को भारत से बाहर करे और सारे व्यापार और क्रिकेट मैच बंद होना चाहिए."
लगभग 34,000 से ज़्यादा बार देखे गए इस पोस्ट में भीड़ द्वारा हिंदू देवी-देवताओं से सजे एक कमरे में तोड़फोड़ करने की एक फ़ुटेज शेयर की गई है.
बांग्लादेश में गिरफ़्तार हिंदू नेता चिन्मय दास के समर्थकों द्वारा 29 नवंबर को सुरक्षा बलों के साथ झड़प के बाद यह फ़ुटेज X और फ़ेसबुक पर शेयर की जाने लगी (आर्काइव्ड लिंक).
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मुखर हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को एक रैली के दौरान बांग्लादेशी झंडे का कथित रूप से अपमान करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया और उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया गया (आर्काइव्ड लिंक).
अगस्त में छात्रों के नेतृत्व वाली क्रांति, जिसके कारण प्रधानमंत्री शेख़ हसीना को बांग्लादेश छोड़ भारत जाना पड़ा, के बाद से ही पड़ोसी देश में साम्प्रदायिक तनाव चरम पर है.
हिंदू समुदाय को शेख़ हसीना के कोर समर्थक के तौर पर देखा जाता है इसीलिये हसीना के निष्कासन के बाद की अराजक स्थिति में हिंदुओं पर कई हमले हुए -- हालांकि इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा मुस्लिम सूफ़ी तीर्थस्थलों पर भी कुछ हमले किये गये हैं.
भारत सरकार ने भी इन हमलों पर चिंता जताई है.
हालांकि ऑनलाइन शेयर किया गया वीडियो शेख़ हसीना के निष्कासन से कई साल पहले पाकिस्तान में फ़िल्माया गया था.
पाकिस्तान का वीडियो
वीडियो के कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर पाकिस्तान के प्रमुख अख़बार डॉन द्वारा 5 अगस्त, 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली (आर्काइव्ड लिंक).
रिपोर्ट में वीडियो का एक स्क्रीनशॉट प्रकाशित किया गया है साथ ही एक X पोस्ट भी एम्बेड की गई है जिसमें हूबहू वीडियो शेयर किया गया है.
रिपोर्ट की हेडलाइन है: "अशुद्धता के मामले में नाबालिग लड़के को ज़मानत मिलने के बाद भीड़ ने मंदिर में तोड़फोड़ की".
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शहर भोंग में सैकड़ों लोगों ने एक हिंदू मंदिर पर हमला किया, जब एक स्थानीय अदालत ने एक नौ वर्षीय हिंदू लड़के को मदरसे में पेशाब करने के आरोप में जमानत दे दी थी.
नीचे गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो (बाएं) और डॉन के आर्टिकल (दाएं) में प्रकाशित स्क्रीनशॉट की तुलना दी गई है.
टाइम्स ऑफ इंडिया, हिंदुस्तान टाइम्स और इंडिया टुडे ने भी हमले की रिपोर्ट में समान फ़ुटेज प्रकाशित की है (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां और यहां).
पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी X पर घटना की निंदा करते हुए कहा कि उन्होंने अपराधियों की गिरफ़्तारी सुनिश्चित करने के लिए प्रांतीय पुलिस प्रमुख से बात की है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार मंदिर को फिर से बहाल करेगी (आर्काइव्ड लिंक).
एएफ़पी ने हसीना के निष्कासन के बाद बांग्लादेश में हिंदू विरोधी हमलों से जुड़ी फ़र्जी सूचनाओं का यहां, यहां और यहां फ़ैक्ट चेक किया है.