यह तस्वीर किसान आंदोलन नहीं बल्कि कश्मीर में 2013 के आतंकी हमले की है

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फ़ेसबुक पर एक तस्वीर सैकड़ों बार शेयर की गयी जिसमें कुछ जवान सड़क पर पसरे ख़ून को धो रहे हैं. दावा किया गया कि यह जवान हाल ही में हुए किसान आंदोलन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसा के बाद किसानों का खून साफ़ कर रहे हैं. यह दावा भ्रामक है: यह तस्वीर 2013 में कश्मीर में भारतीय जवान के आतंकी हमले में शहीद होने के बाद की है.

यह तस्वीर फ़ेसबुक पर 29 अगस्त, 2021 को यहां शेयर की गयी, हरियाणा में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस और किसानों के बीच झड़प के एक दिन बाद. इस झड़प में कई किसानों को बुरी तरह चोटें आयीं.

पोस्ट के साथ कैप्शन लिखा गया, "बड़े दुःख की बात है किसानों का खून सड़को पर बह रहा है। सता में आने से पहले पता नहीं क्या क्या बात करते है किसानों ने बारे में और बाद में आप खुद देख लो."

भ्रामक फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट

कुछ यही दावा फ़ेसबुक पर यहां और यहां; और ट्विटर पर यहां और यहां शेयर किया गया.

लेकिन यह दावा ग़लत है.

इस तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट मिली जिसमें ये तस्वीर है. ये रिपोर्ट 2013 में कश्मीर में हुए एक आतंकी हमले के बारे में है जिसमें भारतीय जवान शहीद हुए थे. इस रिपोर्ट का शीर्षक है, "श्रीनगर में आतंकी हमले में एक CISF जवान की मौत."

नीचे भ्रामक पोस्ट (बाएं) और द इंडियन एक्सप्रेस में छपी तस्वीर (दाएं) के बीच तुलना देख सकते हैं:

भ्रामक पोस्ट और न्यूज़ रिपोर्ट की तस्वीर में तुलना

कश्मीर के श्रीनगर में 23 सितम्बर, 2013 को एक आतंकी ने भारतीय अर्धसैन्यबल के जवान पर हमला कर दिया था.

ऐसी ही तस्वीर न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की वेबसाइट के आर्काइव में मिली जहां इसे 23 सितम्बर, 2013 को अपलोड किया गया था. इस तस्वीर का कैप्शन है, "सोमवार को श्रीनगर में इक़बाल पार्क के पास अज्ञात आतंकियों द्वारा किये हमले में मारे गए दो CISF जवानों के खून को साफ़ करते हुए जवान."

पीटीआई आर्काइव का स्क्रीनशॉट
16 सितंबर 2021 .तस्वीर साफ़ न दिखने की वजह से इस लेख के हेडर इमेज को बदला गया है.
भारतीय किसान आंदोलन