'दुख्तरे हिंदुस्तान, निलामे दो दीनार' नाम की कोई मीनार नहीं, इतिहासकारों ने ख़ारिज़ किया फ़र्ज़ी दावा
अपडेटेड 13/12/2021 , 07:42
सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर को इस दावे के साथ शेयर किया गया है कि ये अफ़ग़ानिस्तान के ग़ज़नी शहर के बाहर एक मीनार को दिखाती है, जिसे हिंदू महिलाओं की "सामूहिक नीलामी" की याद में बनाया गया था. तालिबान द्वारा अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़ा करने के बाद अगस्त 2021 में दावा ऑनलाइन फिर से प्रसारित होने लगा. ये दावा झूठा है; इतिहासकारों के अनुसार, ये तस्वीर धार्मिक शिलालेखों के साथ एक मीनार को दिखाती है जिसका महिलाओं की कथित "सामूहिक नीलामी" से कोई संबंध नहीं है.